कुछ लिखा है पढना चाहोगे :-)
Tuesday, 13 June 2017
शायरी 31
शायरी
रास्ते अंधेरों से घिरने लगे।
हम मुसाफ़िरों से डरने लगे।
हम तन्हाइयों में मरने लगे।
वो ख़ुद से प्यार करने लगे।
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