Tuesday 5 February 2019

शायरी 41

शायरी

कमियां तो लाखों है मुझ में !

पर है,तो ख़ूबियाँ भी

बता ए  ढूंढ़ने वाले तुझे मुझमे क्या मिला ?

2 comments:

  1. ये क्या सोचेंगे ? वो क्या सोचेंगे ?
    दुनिया क्या सोचेगी ?
    इससे ऊपर उठकर कुछ सोच, जिन्दगीं सुकून
    का दूसरा नाम नहीं है
    kaka ki shayari

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