शीर्षक - क्या लिखू ?
क्या लिखूं मैं क्या लिखूं.....?
प्रेम पर कुछ गीत दूँ या उल्फतों के प्रीत दूँ ,
चाहतों के रंग दूँ या एक नई उमंग दूँ ।
क्या लिखूं मैं क्या लिखूं......
गीतों के सरगम लिखूं या ज़ख्मों पे मरहम लिखूं,
यादों के पर्वत लिखूं या मिलने के शर्बत लिखूं।
क्या लिखूं मैं क्या लिखूं......
वृक्ष की डाली लिखूं या चिड़ियों की ताली लिखूं,
रात को काली लिखूं या रात मतवाली लिखूं।
क्या लिखूं मैं क्या लिखूं.....
भ्रष्ट नेता पर लिखूं या त्रस्त अभिनेता पर लिखूं,
देशभक्ति पर लिखूं या नारी शक्ति पर लिखूं।
क्या लिखूं मैं क्या लिखूं.....
लेखक - दीवेश दीक्षित
====================================
No comments:
Post a Comment